पिछले कुछ सालों में ऑनलाइन डेटिंग एप्लीकेशन में आश्चर्यजनक वृद्धि हुई है | कुछ समय पहले तक यह डेटिंग एप्लीकेशन उन लोगों की जिंदगी का हिस्सा थी जो शादीशुदा नहीं है | या फिर शादी की उम्र हो जाने के बाद भी अकेले हैं | ऑनलाइन डेटिंग की इस दुनिया में टिंडर और बम्बल जैसी एप्स सिंगल लोगों के लिए मैच ढूंढने का आसान जरिया बनी| एक तरफ इन एप्स ने जहां कुछ लोगों के लिए जिंदगी का अकेलापन दूर किया वहीं कुछ लोगों को उन दोस्तों से मिलवाया जिनके इंटरेस्ट, हॉबी और जिंदगी जीने का तरीका सब कुछ एक दूसरे से काफी हद तक मैच करते हैं | ऑनलाइन डेटिंग की दुनिया ने समलैंगिकता के भेद को भी खत्म करने में बहुत बड़ा किरदार निभाया है | क्योंकि यहां पर किसी को उसकी सेक्सुअल रेफरेंस के आधार पर नहीं आंका जाता |
लेकिन वर्तमान स्थिति में ऑनलाइन डेटिंग की दुनिया सिर्फ यहां तक सीमित नहीं है | अब दौर है उन डेटिंग एप्स का जो बनी है शादीशुदा लोगों के लिए | चौंकाने वाली बात यह है कि एक्स्ट्रामैरिटल अफेयर्स के लिए बनी इन एप्लीकेशन के यूजर्स में महिलाओं का प्रतिशत पुरुषों से कुछ खास काम नहीं है |
जब महिलाओं की एक्स्ट्रामैरिटल डेटिंग एप में बढ़ती हुई रुचि को लेकर एक सर्वे किया गया तो उस सर्वे के दौरान कुछ चौंकाने वाले तथ्य सामने आए |
दीपाली जो कि 38 साल की है और मुंबई की रहने वाली है उनका कहना है
“मेरी शादी को लगभग 10 साल हो चुके हैं | और 7 साल की मेरी एक बेटी भी है | लेकिन 10 साल की शादीशुदा जिंदगी में जैसे सब कुछ बोझिल हो गया है | सेक्स लाइफ मैं कोई एक्साइटमेंट नहीं बचा | ऑफिस और घर की जिम्मेदारियों के चलते शादी में रोमांस पीछे छूट गया है | लेकिन ऑनलाइन डेटिंग एप पर मिले पार्टनर के साथ बात करके एक सुकून सा महसूस होने लगा |¤ धीरे-धीरे हम एक दूसरे के करीब आए और वक्त भी साथ में बिताने लगे | ऐसा लगने लगा जैसे मैं अपने घर की परेशानियों को भूलने लगी हूं | और बिना एक्साइटमेंट वाली सेक्स लाइफ की वजह से जो तनाव होता था | वह भी अभी धीरे खत्म होने लगा है मैं अपने आप को पहले से ज्यादा ऊर्जावान और अच्छा महसूस करती हूं “
इस उदाहरण को देखने के बाद इस सवाल का जवाब पाना बेहद आसान है कि
आखिर इन एप्स महिला यूजर्स की संख्या दिन पर दिन क्यों बढ़ती जा रही है ?
क्योंकि इन एप्स पर महिलाएं बिना किसी हस्तक्षेप के अपने लिए एक ऐसा पार्टनर ढूंढ सकती है | जिसके साथ वह कुछ खुशियों भरे पल या क्वालिटी टाइम बिता सकें | जो उनसे उनकी रोजमर्रा की जिंदगी के अलावा उनके उनके इंटरेस्ट से संबंधित बातें करें |
शादीशुदा जिंदगी में जो रोमांच और एक्साइटमेंट धीरे-धीरे कम होने लगता है , उसे डेटिंग ऐप की सहायता से ढूंढने की फिराक में शादीशुदा महिला यूजर्स की संख्या बढ़ती जा रही है | वैसे तो कई सारी एक्स्ट्रामैरिटल डेटिंग एप आज की तारीख में उपलब्ध है जैसे
एस्ले मेडिसन
एडल्ट फ्रेंड फाइंडर
ग्लीडेन
हश अफेयर्स
सीकिंग
हीटिंग अफेयर्स
जितनी भी एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर की डेटिंग ऐप्स है | उन सब में सबसे ज्यादा चर्चित है ’ग्लीडेन’
क्योंकि ग्लीडेन की पूरी टीम महिलाओं की है | आप यह भी कह सकते हैं कि ग्लीडेन एक ऐसा ऐप है जो महिलाओं के द्वारा शादीशुदा महिलाओं के लिए बनाया गया है | और कमाल की बात यह है कि महिला यूजर्स के लिए यह पूरी तरह से फ्री है |
चलिए अब ग्लीडेन के बारे में बात करते हैं क्योंकि यह विवाहित जोड़ों के बीच प्रसिद्ध है और पिछले कुछ वर्षों में बहुत लोकप्रियता हासिल की है।
सन 2009 में फ्रांस में बनाए गए इस ऐप के आज पूरी दुनिया में 4.9 मिलियन यूजर्स है |
अगर इंडिया की बात करें तो ग्लीडेन जैसी एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर की एप्स के सबसे ज्यादा यूजर्स दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु शहरों से है |
आज हमारे पूरे देश की आबादी का लगभग 30% हिस्सा इस तरह की ऐप का यूज करता है और इसमें महिलाओं का प्रतिशत भी काफी तेजी से बढ़ रहा है |
इंडिया जैसे देश जहां पर विवाहेतर संबंध यानी कि एक्स्ट्रामैरिटल अफेयर को काफी गलत दृष्टि से देखा जाता है | वहां पर बढ़ रहे इस प्रतिशत को देखते हुए यह बात साफ पता चलती है कि बदलती जीवन शैली के साथ महिलाओं ने भी अपने आप को बदलना सीख लिया है | उन्होंने अपने लिए एक ऐसा प्लेटफार्म ढूंढ लिया है जहां पर वह अपनी शादीशुदा जिंदगी के तनाव को दूर करने की कोशिश कर सकती है |
क्योंकि यहां पर उनकी पहचान सामने आने का खतरा नहीं होता |इसके अलावा अक्सर ऐसा देखा जाता है कि महिलाएं अपने पार्टनर के साथ शारीरिक संबंधों को लेकर आज भी खुल कर बात नहीं कर सकती क्योंकि सामाजिक दृष्टि से से गलत माना जाएगा ऑनलाइन डेटिंग एप एक ऐसी जगह है जहां पर वह बिना अपनी पहचान बताए अपनी फेंटेसी और अपने विचारों को सामने रख सकती है क्योंकि यहां पर वह परिवार और रिश्तो का दबाव महसूस नहीं करती |
एक दूसरा बड़ा कारण जो सामने आता है वह यह है कि ऑनलाइन डेटिंग ऐप का उपयोग करने की वजह से महिलाओं को अपने दैनिक जीवन के तनाव को दूर करने में काफी हद तक मदद मिलती है | एक लंबे वैवाहिक जीवन के बाद पति और पत्नी के रिश्ते में दूरी आ जाना सामान्य बात है | और ऐसी स्थिति में पुरुषों के लिए घर से बाहर जाकर अपने मनोरंजन के साधन ढूंढना आसान होता है | सामाजिक दृष्टि से पुरुषों के एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर को उतना गलत नहीं माना जाता ,जितना महिलाओं के एक्स्ट्रामैरिटल अफेयर को माना जाता है |
और ऐसी स्थिति में महिलाएं इन डेटिंग ऐप को एक सुरक्षित स्थान मानकर चलती है जहां पर उन्हें शादी टूटने जैसी परिस्थितियों का सामना भी नहीं करना पड़ता और मनोरंजन का एक साधन भी मिल जाता है |
वह कुछ परिस्थितियों में डेटिंग ऐप का प्रचलन महिलाओं में बढ़ाने का एक कारण समलैंगिकता भी है | कई बार सेक्सुअल रेफरेंस के विपरीत शादी हो जाने की स्थिति में अपने पार्टनर के साथ शारीरिक संबंध बना कर रखना काफी कठिन होता है या फिर कभी कभी शादी के बाद किसी महिला को लगने लगता है कि वह समलैंगिकता वाले रिश्ते में ज्यादा खुशी महसूस करती है इस तरह के महिलाओं के लिए ग्लीडेन जैसी ऑनलाइन डेटिंग एप एक वरदान साबित हुई है जहां पर उन्हें हम समलैंगिक रिश्ते भी आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं |
सारांश
कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि वैवाहिक जीवन में उबाऊ परिस्थितियों के चलते महिलाओं ने अपने लिए एक ऐसी जगह ढूंढ ली है, जहां पर अब उन्हें ऐसे पार्टनर उपलब्ध है जो उन्हें स्पेशल फील करवा सकते हैं | और जो उनकी बिना एक्साइटमेंट वाली सेक्स लाइफ में ढेर सारा रोमांस भर सकते हैं -|
और वैसे भी ग्लीडेन ऐप की खास बात यह है कि यहां पर सारा नियंत्रण महिलाओं के हाथ में होता है | वह किस किसी भी पुरुष के प्रोफाइल को अपनी मर्जी से पसंद या नापसंद कर सकती है | इस एप्स आपको काम में लेने के लिए पुरुषों को कुछ पैसे खर्च करने होते हैं लेकिन महिलाएं यहां पर पूरी तरह से स्वतंत्र है | भले ही एक्स्ट्रामैरिटल डेटिंग ऐप का खेल धोखेबाजी का है | अपने जीवन साथी के साथ धोखा करने का है | लेकिन फिर भी जिंदगी की खींचतान से दूर महिलाओं ने एक रास्ता ढूंढ लिया है जो उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से संतुष्ट करता है |