Rajkiya Baalika Madhyamik Shiksha Protsahan Yojna Kya Hai?- राजकीय बालिका माध्यमिक शिक्षा प्रोत्साहन योजना-

 


राजकीय बालिका माध्यमिक शिक्षा प्रोत्साहन योजना-

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भारतीय समाज में बड़े पैमाने पर मौजूद पितृसत्तात्मक विचारधारा के कारण महिलाओं की विशेष रूप से छोटी बच्चियों की स्तिथि ठीक नहीं है| उन्हें समाज में कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ता है |देश में लड़कियों का अस्तित्व सुरक्षा और स्वास्थ्य को प्रभावित करने की प्रथा बहुत पुरानी हैं |पुरातन सोच के चलते कन्या भ्रूण हत्या और लड़कियों की शिक्षा में कमी यह बहुत की आम बात है|

 सरकार ने कन्या भ्रूण हत्या को रोकने और लड़कियों की शिक्षा को प्रोत्साहन देने के लिए कई नई स्कीम चालू की है| यह इसकी में अभिभावक को अपनी बेटी के भविष्य की प्लानिंग करने और उसका भविष्य सुरक्षित बनाने में मदद करती है|

राजकीय बालिका माध्यमिक शिक्षा प्रोत्साहन योजना-

यह योजना क्या है-

माध्यमिक स्तर पर 14 से 18 वर्ष की आयु की बालिकाएं जिन्होंने कक्षा 8 उत्तीर्ण कर ली है| उन बालिकाओं को आगे शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए इस योजना के तहत ₹3000 की राशि प्रदान की जाती है|

योजना का उद्देश्य-

भारत जैसे प्रगतिशील देश में पिछड़े वर्ग के लोग अपनी लड़कियों को अधिक शिक्षा ग्रहण नहीं करने देना चाहते हैं| मगर सरकार उनकी शिक्षा को प्रोत्साहन देने के लिए पिछड़े वर्ग की ऐसी बालिकाएं जिन्होंने आठवीं कक्षा उत्तीर्ण कर ली है |उंनकी माध्यमिक शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए मई 2008 में राजकीय बालिका माध्यमिक शिक्षा प्रोत्साहन योजना की शुरुआत की गई|

योजना के तहत पात्र बालिकाए-

•अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति की वे सभी बालिकाएं जिन्होंने कक्षा 8 उत्तीर्ण कर ली है |और वह बालिकाएं जिन्होंने कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय से कक्षा 8 उत्तीर्ण की है (यह बालिकाएं यदि अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति से नहीं हो तो भी) यदि इन बालिकाओं ने राज्य संघ राज्य के सरकारी स्कूल अथवा सरकार द्वारा सहायता प्राप्त स्थानीय निकाय के स्कूल की कक्षा 9 के लिए शैक्षणिक वर्ष 2008-09 मे अपना नामांकन कराया है तो यह सभी बालिकाएं योजना के लिए पात्र है|

•कक्षा 10 में प्रवेश लेते समय 31 मार्च की स्थिति के अनुसार बालिकाओं की आयु 16 वर्ष से कम होनी चाहिए|

•विवाहित बालिकाएं निजी गैर सहायता प्राप्त स्कूलों और केंद्र सरकार द्वारा संचालित स्कूलों में नामांकन कराने वाली बालिकाएं इस योजनाओं में शामिल नहीं हो सकती हैं |

मिलने वाले लाभ की राशि-

पात्र बालिकाओं के नाम से ₹3000 सरकार द्वारा उनके बैंक खाते में जमा कर दिए जाते हैं| बालिकाओं की 18 वर्ष की आयु पूर्ण होने पर तथा कक्षा 10 की परीक्षा उत्तीर्ण करने पर अर्जित ब्याज सहित यह राशि बैंक खाते से निकाली जा सकती है|

आवेदन कैसे करें-

योजना से लाभान्वित होने के लिए बालिकाओं को राशि योजना आवेदन पत्र की वेबसाइट पर जाकर रास्ट्रीय बालिका माध्यमिक शिक्षा के आवेदन पत्र को डाउनलोड कर उसे भरकर जमा कराना  होता है| 

इस योजना के अलावा भी बेटियों की शिक्षा और समृद्धि के लिए सरकार द्वारा कई मुख्य कदम उठाए गए हैं| सरकार द्वारा निर्देशित योजनाओं की जानकारी इस प्रकार है|

1- बालिका समृद्धि योजना- सरकार की यह योजना अगस्त 1997 में शुरू हुई थी |यह सरकारी योजना ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्र की बालिकाओं के जीवन को बेहतर बनाने के लिए कार्य करती है |इस योजना के नियोक्ता का मानना था कि शिक्षा के बिना सामाजिक प्रगति संभव नहीं है ,इसलिए इस योजना के तहत प्रत्येक बालिका जब वर्तमान कक्षा को पास कर कर अगली कक्षा में प्रवेश लेती है तो उसे मौद्रिक इनाम दिया जाता है| हर वर्ष प्रोत्साहन मिलने के कारण बेटियों की शिक्षा आसानी से संभव हो जाती है|

2- साक्षर भारत मिशन- अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस 8 सितंबर को भारत में साक्षरता लाने हेतु साक्षर भारत मिशन की शुरुआत सन 2009 में की गई थी| इस योजना का मुख्य उद्देश्य महिलाओं में शिक्षा का प्रसार और उसके साथ व्यस्त शिक्षा को बढ़ावा देना है |यह योजना स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग मानव संसाधन एवं विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा प्रायोजित केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी योजनाओं में से एक है|

3- कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय योजना- ग्रामीण और पिछड़े वर्ग की बालिकाओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने और उन्हें अधिक ज्ञान हासिल करने और सीखने की प्रक्रिया में मजबूती लाने के उद्देश्य से सन 2014 में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय योजना की शुरुआत की गई थी| इस योजना से अब तक लगभग 3:30 लाख छात्राओं को केजीबीवी स्कूल के माध्यम से (हॉस्टल सुविधाओं के साथ )शिक्षित किया गया है|

4-सुकन्या समृद्धि योजना- भारत सरकार द्वारा समय-समय पर लड़कियों की शिक्षा और उनके विकास के लिए कई योजनाएं लागू की जाती है| मगर भारत सरकार द्वारा जारी की गई सुकन्या समृद्धि योजना अब तक की सबसे अच्छी योजना है| इस योजना के लिए कोई भी व्यक्ति जिसकी बालिका की उम्र 10 वर्ष से कम हो अप्लाई कर सकता है| इस योजना की सबसे अच्छी बात यह है, कि यह योजना सभी समाज वर्ग के लोगों के लिए मात्र ढाई सौ रुपए की वार्षिक नॉमिनल सेविंग पर शुरू की जा सकती है|   केवल 250 rs वार्षिक से शुरू होकर ₹150000 एक वित्तीय वर्ष में इस योजना के तहत जमा किए जा सकते हैं| एक ही परिवार की दो बालिकाओं के लिए इस योजना के अंतर्गत खाते खोले जा सकते हैं |इस योजना की परिपक्वता 21 वर्ष में होती है मगर केवल 14 वर्षों तक ही अभिभावक को इन्वेस्टमेंट करना पड़ता है| सुकन्या समृद्धि योजना में बेटी के नाम जमा की गई राशि पूर्णता टैक्स फ्री है इस तरह अपनी बचत  पर अभिभावक टैक्स मैं बचत का लाभ भी ले सकते है| लड़कियों की सुरक्षा और उनके आर्थिक कल्याण के उद्देश्य से 2015 में यह सरकारी योजना शुरू की गई थी |अभिभावक अपनी बेटी के नाम पर एक बैंक खाता खोल सकते हैं |अभी तक जितने भी बचत खाते खोले जाते हैं ,उनमें सबसे अधिक ब्याज दर इस योजना के तहत मिलती है |योजना में प्राप्त ब्याज भी टैक्स फ्री होता है| बेटी का भविष्य उज्जवल बनाने और उसकी उच्च शिक्षा के लिए निवेश करने हेतु सुकन्या समृद्धि योजना अच्छा विकल्प साबित होती है|

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ- हममें से हर किसी ने यह स्लोगन रेडियो या टीवी पर जरूर सुना होगा |बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ स्कीम 2015 में लॉन्च हुई थी| इस योजना के तहत बेटियों के अस्तित्व सुरक्षा और शिक्षा को सुनिश्चित करने के लिए इस योजना को जारी किया गया था| इस योजना की डिजाइनिंग बेटियों को पूर्ण शिक्षा प्रदान करने के साथ-साथ उनसे जुड़े ज्वलंत मुद्दों पर भी काम करती है|

सीबीएसई स्कॉलरशिप स्कीम- यदि किसी परिवार में केवल एक बेटी होती है तो उसकी शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए और उसकी शिक्षा को सुनिश्चित करने के लिए केंद्र सरकार की यह स्कीम सन 2016 में शुरू की गई थी |यह योजना सरकारी स्कूल में एकमात्र पुत्री की शिक्षा को प्रोत्साहित करते हुए लड़कियों की ₹500 प्रति माह की ट्यूशन फीस को छूट प्रदान करती है|

योजना की विशेषताएं-

पिछले कुछ वर्षों में केंद्रीय और राज्य सरकारों द्वारा शुरू की गई कई योजनाएं भारतीय समाज में बालिकाओं की स्थिति को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है | इन योजनाओं के माध्यम से हमारे समाज में बेटियों की शिक्षा और उनका विकास लगातार हो रहा है |यह हमारे समाज के लिए बहुत ही गर्व की बात है क्योंकि जब एक लड़की सुरक्षित और शिक्षित होती है तो यह पूरी तरह से समाज के नैतिक और बौद्धिक विकास का आईना बनकर हमारे सामने आती है|


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