मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने में योग कैसे कार्य करता है -
व्यक्ति एक गतिशील प्राणी है जिसके मस्तिष्क में अनेक बातों, कल्पनाओं का भंडार रहता है इसलिए वह दिन प्रतिदिन कुछ न कुछ सोचता रहता है ऐसे में जब व्यक्ति का मस्तिष्क सोचने, समझने की क्षमता खो देता है तो व्यक्ति पूरी तरह से अपना अस्तित्व खो देता है वो होते हुए भी किसी को अपनी बात या भावनाओं को समझाने में असमर्थ रहता है और उसमें क्रोध, भय तथा गलत विचारों का समावेश हो जाता है और ऐसे में उसकी मानसिक दशा को सुधारने के लिए योग करना या उसे योग करने के लिए कहना एक उत्तम विचार है क्योंकि योग एक मन और शरीर का अभ्यास है,
तथा सबसे पहले यह जानना अति आवश्यक है कि योग क्या है और क्या यह मानसिक रोग से पीड़ित रोगी के लिए उपयोगी हो सकता है इसके अलावा क्या यह उनकी स्थिति को सुधारने में मदद करेगा,तथा योग के क्या लाभ है इन सब के बारे में जानना अति आवश्यक है क्योंकि कभी कभी लोगों को इसके दुष्प्रभावों का सामना करना पड़ता है क्योंकि कभी कभी व्यक्ति अति उत्साह में अधिक व्यायाम कर अपनी हानि कर लेता है, इसलिए सबसे पहले -
योग क्या है -
योग एक प्राचीन प्रथा है जो भारत में उत्पन्न हुई इसमें मानसिक और शारीरिक कल्याण को बढ़ावा देने के लिए आंदोलन, ध्यान और सांस लेने की तकनीक शामिल हैं योग एक मन और शरीर का अभ्यास है अध्ययन बताते हैं कि योग चिकित्सा,तनाव,अवसाद, चिंता में मदद कर सकती है योग एक कोमल अभ्यास है जो ध्यान और नियंत्रित,और शारीरिक आंदोलन दोनों को शामिल करता है गहरी सांस लेने और अपने शरीर को खींचने पर ध्यान केंद्रित करना जैसे अवसाद के लक्षण नींद न आना, दर्द और ऊर्जा की हानि से राहत के लिए प्रभावी है,
अतः अब यह जानना अति आवश्यक है कि योग तनाव को कैसे दूर करता है और योग चिकित्सा हमारे मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में कैसे कार्य करती है।
योग शरीर में तनाव प्रतिक्रिया पर विश्राम की प्रक्रिया को बढ़ाकर, आपकी हृदय गति (एचआरवी) परिवर्तनशीलता को बढ़ाता है या दिल की धड़कन के बीच समय में परिवर्तन करता है एक उच्च एचआरवी का मतलब है कि आपका शरीर स्व - निगरानी या विशेष रूप से तनाव से बेहतर है,
हार्वर्ड मेंटल के अनुसार अध्ययन में पता चला कि जो लोग मानसिक रूप से अधिक तनाव में थे लेकिन योग करने के बाद उसमें दर्द में कमी व सहनशीलता थी।
अतः योग तनाव को दूर करने में मदद करता है।
अतः बाद मे तीन महीने के योग कार्यक्रम के बाद महिलाओं में कोर्टिसोल का स्तर काफी कम था उनके पास तनाव, चिंता, अवसाद निम्न स्तर पर थे,
131 लोगों के अन्य परिणाम भी समान थे जिसमें दिखाया गया की 10 दिन के योग ने तनाव और चिंता को कम करने में मदद की इसने जीवन की गुणवत्ता और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में भी मदद की।
अंतिम ध्यान और योग तनाव को दूर करने का एक सबसे अच्छा उपाय है।
कैसर परमार्नेट मेडिकल ग्रुप के डाक्टर मेसर टर्नर कहते हैं कि योग चिकित्सा "अवसाद के उपचार में बहुत शक्तिशाली हो सकती है" ध्यान और शारीरिक गति का संयोजन अवसाद से राहत के लिए दो महत्वपूर्ण तत्व है ध्यान एक व्यक्ति को वर्तमान समय में लाने में मदद करता है और उन्हें अपने दिमाग को साफ करने की अनुमति देता है।
मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में योग एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है तथा इसके अनेक लाभ हैं जो व्यक्ति के तनाव को दूर कर उसे स्वस्थ और मानसिक रूप से स्वस्थ बनाने में भी मदद करती है अतः अब यह जानना अति आवश्यक है कि योग के क्या लाभ है और यह किस प्रकार मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाती है,
- अवसाद, चिंता, और तनाव से निपटने वाले कई रोगियों के लिए योग बेहतर लक्षणों को प्रतिबंधित करने का सबसे अच्छा तरीका हो सकता है वास्तव में योग के वैज्ञानिक अध्ययन से पता चलता है कि मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य केवल निकट से संबंधित नहीं है बल्कि अनिवार्य रूप से समतुल्य है,
- "योग शिक्षक और लाइसेंस प्राप्त मनोचिकित्सक एशले टर्नर का कहना है कि योग मनोवैज्ञानिक और भावनात्मक उपचार के साथ साथ आत्मविश्वास, रिश्तों और घर के मुद्दों को हल करने की कुंजी है"
- तनाव को कम करता है - योग को तनाव कम करने और विश्राम को बढ़ावा देने के रूप में जाना जाता है।
- सूजन को कम करता है - यह मानसिक स्वास्थ्य में सुधार के अलावा, कई अध्ययनों से पता चलता है कि योग का अभ्यास करने से सूजन भी कम होती है,
- मूड और विश्राम में सुधार करने के लिए -
- यह आपकी स्वयं की भावना का निर्माण करने में मदद करता है -
- चिंता से छुटकारा दिलाता है- चिंता से छुटकारा पाने के लिए योग करना एक बेहतर तरीका है क्योंकि योग करने से मन शांत और एकाग्रता की स्थिति में रहता है।
- योग का पूरा ध्यान आपके मन की शांति व शरीर की गति पर होता है यह आपके मूड को बेहतर बनाने में, आध्यात्मिकता बढ़ाने में, फ्लेक्सिबिलिटी जॉइंट्स को लंबे समय तक एक्टिव रखने पर ध्यान देता है।
- योग करने से हमारे शरीर में गतिशीलता आती है क्योंकि बहुत से योगासन ऐसे होते हैं जिनके द्वारा मांसपेशियों के खिंचाव पर फोकस किया जाता है यह शरीर के लचीलेपन और गतिशीलता को बढ़ाने में मदद करती है स्केचिंग करने से हमारे जाइंट में प्रेशर पड़ता है जिससे यह मजबूत होते हैं अतः शरीर को बेहतर बनाने के लिए नियमित व्यायाम और योग करना चाहिए क्योंकि इससे दिमाग शांत रहता है।
- योग करने से हमारे निर्णय लेने की क्षमता अधिक बढ़ती है वर्तमान में ध्यान लगाना सिखाता है हमें तेज व जागरूक बनाता है नियमित रूप से योग का अभ्यास करने से हमारे शरीर का ब्लड सर्कुलेशन बेहतर रहता है यह दिमाग को भी स्वस्थ रखता है।
- बेहतर फिजिकल, मेंटल और इमोशनल हेल्थ हम सभी की जिंदगी के लिए महत्त्वपूर्ण है क्योंकि जब हम मन और मस्तिष्क से स्वस्थ होंगे तभी हम अपना जीवन खुशी से बिता सकेंगे इसलिए अपने मस्तिष्क को तनाव, चिंता, अवसाद से मुक्त करने के लिए योग करना एक बेहतर विकल्प है क्योंकि यह हमारे मस्तिष्क को तनाव से मुक्त और शांत रखता है। मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए व्यक्ति को कौन कौन से आसन करने चाहिए और इससे क्या लाभ होता है -
- व्यायाम के रूप में योग सेरोटोनिन उत्पादन बढ़ाने का एक प्राकृतिक तरीका है मनोरोग और तंत्रिका विज्ञान के अनुसार सेरोटोनिन उत्पादन अवसाद के उपचार में एक भूमिका निभाता है माना जाता है कि सेरोटोनिन खुशी की एक प्रमुख भूमिका निभाता है अध्ययन सुझाव देते हैं कि अवसाद सेरोटोनिन के स्तर को कम कर देता है योग अपने कोमल, सरल और शांत प्रकृति के कारण भी विशेष सहायक है प्रत्येक मुद्रा लचीली होती है इसलिए सभी स्तर के लोग अभ्यास कर सकते हैं, योग के माध्यम से आप अपने आप को जानते हैं और अपने आप के साथ एक गैर विवादास्पद संबंध बनाते हैं आप आत्मविश्वासी बनते हैं स्वस्थ भोजन करते हैं और अधिक व्यायाम करते हैं क्योंकि आपका अवचेतन मन आपको बताता है कि मैं इस समय, इस प्रयास के योग्य हूं और दिन के अंत में सब कुछ अपने आप से आपके रिश्ते में आ जाता है और मस्तिष्क भी शांत रहता है और सुचारू रूप से सभी क्रियाकलाप करने लगता है इस तरह योग स्वयं की भावनाओं का अपने आप निर्माण करता है।
- धनुरासन - इसे करने दिमागी खराबी मे तो आराम मिलता है साथ ही कई मानसिक रोगों से बचाव होता है मन की चंचलता दूर होती है।
- मत्स्यासन - इसे करने से तनाव कम होता है और दिमाग तरोताजा महसूस करता है। इससे तंत्रिका तंत्र को नयी ऊर्जा मिलती है। शरीर के टॉक्सिन बाहर निकलते हैं।
- शवासन - इस आसन को करने से मानसिक तनाव और सिरदर्द दूर होता है थकान कम होती है काम करने के लिए ऊर्जा मिलती है और अच्छी नींद आती है और यह हताशा निराशा से निकालकर आप में सकारात्मक भाव भरता है स्मरण शक्ति बढ़ती है और नयी चेतना मिलती है।
- सुखासन - इस आसन को करने से मन एकदम शांत होता है और चित की एकाग्रता बढ़ती है पैर मुडे होने के कारण घुटने के ऊपर का रक्त -प्रवाह तेज हो जाता है और मस्तिष्क को ऊर्जा मिलती है और आध्यात्मिक लाभ मिलता है और सकारात्मक सोच बढ़ती है।
- अनुलोम-विलोम भी दिमाग की कोशिकाओं तक ऑक्सीजन पहुंचाने में काफी कारगर है।
लेकिन योग करने से पहले अपने चिकित्सक से जांच करें क्योंकि योग व्यायाम का एक रूप है इसलिए योग करने से पहले ऐसे व्यक्ति को अपने चिकित्सक से परामर्श कर लेना चाहिए जिसके पास पहले से मौजूद चिकित्सीय स्थिति हो।