महिलाओं के लिए आई पील लेना कितना सुरक्षित है-
आजकल असुरक्षित यौन संबंध के बाद आई पील लेने का चलन सा हो गया है |लोग कई बार एंजॉयमेंट कि बिना प्रिकॉशन के सेक्स करते हैं और उसके बाद अनचाहे गर्भ से बचने के लिए आईपील का सेवन कर लेते हैं | इस गोली की बढ़ती लोकप्रियता के बारे में 2010-11 में राज्य में कराए गए राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण के जरिए पता चली थी ,जहां कंडोम का इस्तेमाल करने वाले पुरुषों की संख्या करीब 1.6 करोड़ थी| वही इमरजेंसी कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स लेने वाली युवती और महिलाओं की संख्या 8.3 करोड़ थी| कुछ विशेषज्ञ इसे प्रभावी विज्ञापन का नतीजा मानते हैं ,तो कुछ विशेषज्ञों के अनुसार रेगुलर बर्थ कंट्रोल प्रोडक्ट के दुष्प्रभावि होने जैसे की-" रेगुलर टेबलेट का लेना भूल जाना या फिर कंडोम का फट जाना जैसी समस्या का यह दवा रामबाण इलाज है| कुछ लोग इसे एक महिला सशक्तिकरण की रूप में देखते हैं, जिसमें संभावित प्रेगनेंसी से बचाव का कारागार नुख्सा ओरतो की मुट्ठी में बंद है|
अनचाही प्रेगनेंसी से निजात दिलाने वाला है आसान और सस्ता उपाय अपनाने में महिलाओं और युवतियों इसलिए तत्पर है क्योंकि इस को उपयोग करना आसान है|
मेडिकल स्टोर पर बिना किसी डॉक्टर के प्रिसक्रिप्शन की उपलब्ध इस दवा का सेवन इन दवाइयों के रैपर पर मौजूद निर्देशों के अनुसार किया जा सकता है|
आईपीएल का विवरण-
आईपील का उपयोग अनचाही प्रेगनेंसी को रोकने के लिए किया जाता है| यह कई तरीकों से ओवेलेशन की प्रक्रिया को रोकता है |यह या तो शुक्राणु के मार्ग को बदलकर या गर्भाशय के स्तर को प्रभावित करके कार्य करता है, यह एक तरह का प्रोजेस्टान हारमोन है जो मुख्य रूप से मासिक धर्म के दौरान होने वाले ओवुलेशन को रोककर योनि में मौजूद तरल पदार्थ को गाडा बनाता है, जो शुक्राणु को अंडे तक पहुंचने से रोकता है| जिससे की अंडे और शुक्राणुओं का निषेचन नहीं हो पाता है|
आईपील के उपयोग के लाभ-
* अनचाहे गर्भ को रोकने के लिए|
* रजोनिवृत्ति के परिवर्तन को कम करता है या लगभग समाप्त कर देता है|
आईपील के उपयोग के पहले बरतने वाली सावधानियां-
1- इस दवाई का सेवन करने के पहले अपने डॉक्टर या केमिस्ट को जरूर बताएं कि कहीं आपको इससे कोई एलर्जी तो नहीं है| इस टैबलेट में मौजूद कुछ तत्व के कारण एलर्जी या अन्य तरह की समस्या हो सकती हैं|
2- इस दवाई के दुष्प्रभाव के कारण कई बार चक्कर आने लगता है| इसलिए इस दवाई के उपयोग के बाद शराब या किसी भी तरह के नशीले पदार्थ का सेवन करना वर्जित है|
3- यदि आप पहले से प्रेग्नेंट हो इस इस दवाई के संभावित दुष्प्रभावों को मद्देनजर रखते हुए गर्भावस्था के दौरान इसका प्रयोग नहीं किया जा सकता है|
4- यह दवाई स्तनपान कराने वाली मां के दूध में पहुंच सकती है ,लेकिन इससे शिशु को नुकसान पहुंचने की संभावना नहीं है| यदि आप अपने बच्चे को स्तनपान करा रही है तो इस दवाई के सेवन के पहले अपने चिकित्सक से सलाह लेना ना भूले|
5- इस दवाई के सेवन के उपरांत 3 घंटे के भीतर यदि आपको उल्टी हो जाती है ,तो उस दवाई का कोई भी असर नहीं होता है और आपको अपनी प्रेग्नेंसी रोकने के लिए कुछ घंटों के बाद आपको दोबारा दवाई ले लेना चाहिए |
6- इस दवाई के सेवन करने के बावजूद भी अभी आपके पीरियड्स में देरि या फिर पीरियड में किसी प्रकार की समस्या होती तो आपको डॉक्टर से तुरंत संपर्क करना चाहिए| पीरियड से रिलेटेड किसी भी समस्या को अवॉइड करने से आपकी समस्या कम होने की बजाय बढ़ भी सकती है|
7- यदि आपको पहले किसी दवाई से एलर्जी हो या फिर आपकी योनि में असामान्य रक्तस्त्राव होता है ,स्तन कैंसर की समस्या हो या फिर आपके रक्त के थक्के जमते है या फिर मिर्गी की समस्या है तो आपको इन दवाइयों का सेवन नहीं करना चाहिए| क्योंकि इन बीमारी की दवाइयों के साथ आईपील ठीक तरह से काम नहीं कर पाती है| यदि आप एचआईवी या टीवी के इलाज की दवाइयां भी ले रहे हैं तो आप आईपील का सेवन करने के पहले अपने डॉक्टर से एक बार सलाह जरूर लें|
क्योंकि इन परिस्थितियों में डॉक्टर शायद आपको इन कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स की बजाय कॉन्ट्रासेप्टिव आईयूडी लेने की सलाह देंगे| क्योंकि यह किसी भी अन्य दवाई के साथ आसानी से प्रतिक्रिया नहीं करता है|
असुरक्षित यौन संबंध बनाने के बाद आईपील का सेवन कितना असरदार होता है-
यदि असुरक्षित यौन संबंध बनाने की 72 घंटे के भीतर इस दवाई का सेवन कर लिया जाता है तो अधिकतर केस में यह दवाई असरदार साबित होती है |इसका 90% रिजल्ट पॉजिटिव आता है| हालांकि इस दवाई को रेगुलर इस्तेमाल करने के बजाय इसे इमरजेंसी में ही खाना चाहिए |इस दवाई की सेवन करने से यह गोली स्पर्म को निष्क्रिय कर देती है, जिससे कि गर्भ नहीं ठहरता है |असुरक्षित यौन संबंध बनाने के 72 घंटे के बाद इसे लेने से इसका कोई लाभ नहीं होता है|
आईपील के साइड इफेक्ट-
इन गोलियों के सेवन से कोई भी गंभीर स्वास्थ्य परेशानी अभी तक सामने नहीं आई है |कुछ हल्के-फुल्के साइड इफेक्ट इस प्रकार है-
• जी घबराना या उल्टियां होना
• पेट में दर्द होना
• सर में दर्द होना
• कुछ दिनों तक थकान रहना चक्कर आना
• योनि से अचानक रक्तस्राव होना
• स्तनों में कोमलता
• मासिक धर्म चक्र में परिवर्तन
• चेहरे पर मुंहासे आना
• पीरियड आने में देरी या फिर पीरियड के दौरान हैवी ब्लीडिंग की प्रॉब्लम हो सकती है
क्या इन दवाइयों का सेवन करने के बावजूद भी प्रेगनेंसी की संभावना हो जाती है-
यदि असुरक्षित यौन संबंध बनाने के 72 घंटे के भीतर इस दवाई को नहीं लिया जाता है या किसी कारण से दवाई असर नहीं करती है तो प्रेग्नेंट होने की संभावना बढ़ जाती है| वैसे यह कंडीशन 100 में से एक या 2% ही होती है| यदि इस दवाई को समय पर ले लिया जाए उसके बावजूद यदि दवाई लेने के 3 घंटे के भीतर उल्टी हो जाती है और आप दोबारा दवाई नहीं लेते हैं तो प्रेग्नेंट होने के चांसेस बढ़ जाते हैं|
इसके बाद रेगुलर गर्भनिरोधक कब इस्तेमाल किया जा सकता है-
आपको इन कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स को लेने की जरूरत इसलिए पड़ी है ,क्योंकि आप अपनी रोज खाने वाली गर्भनिरोधक गोली लेना भूल गए हैं या फिर कंडोम का प्रयोग ठीक तरह से नहीं किया है तो इसे लेने के अगले 12 घंटों के भीतर आप अपनी अगली गर्भनिरोधक गोली ले सकते हैं या फिर सेक्स के दौरान कंडोम का यूज कर सकते हैं|
डॉक्टर के पास जाने की जरूरत कब पड़ती है-
इन इमरजेंसी कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स को लेने के बाद इसके होने वाले साइड इफेक्ट कुछ समय के लिए होते हैं |मगर यदि लंबे समय तक उनका असर नजर आए तो आपको अपने नजदीकी डॉक्टर से सलाह लेने की जरूरत हो सकती है |इसके अलावा यदि आपको लगे कि इस दवाई को लेने के बावजूद भी आप गर्भवती हो गई हैं या फिर आपका रेगुलर मासिक पीरियड आने में 7 दिन से ज्यादा की देरी हो गई है ,इसके अलावा मासिक धर्म हमेशा की तरह ना होकर कम हुआ है तो एक बार डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए|
इमरजेंसी कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स भले ही अनचाही प्रेगनेंसी को रोकने का अचूक उपाय है |लेकिन इसके लॉन्ग टर्म में काफी दुष्प्रभाव होते हैं |डॉक्टर इसके दुष्प्रभाव के बारे में काफी जागरूकता फैलाने की कोशिश कर रहे हैं| एक या दो बार उपयोग करने पर मितली, उल्टी या सर दर्द जैसी छोटी मोटी समस्या होती है| मगर यदि इसका लगातार इस्तेमाल किया जाए तो इसके कारण हार्मोन पैटर्न बदलने का खतराहिने के साथ साथ वजन का बढ़ना और बाद में प्रेगनेंसी कंसीव करने में काफी मुश्किलें होती हैं| इसके अलावा इसके कंटिन्यू उपयोग करने से पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम भी हो जाता है|
विनीता मोहता विदिशा