How to increase haemoglobin| हीमोग्लोबिन कैसे बढ़ाए
हमारे शरीर को किसी भी बीमारी से लड़ने के लिए इम्यूनिटी की जरूरत होती है और अच्छी इम्यूनिटी के लिए शरीर में आयरन होना बेहद जरूरी है| आयरन हिमोग्लोबिन के कारण हमारे शरीर में होता है| हिमोग्लोबिन के कम होने से एनीमिया जैसी बीमारी हो सकती है |आयरन, फोलिक एसिड और विटामिन बी जिसे तत्वों की कमी के चलते हमारे शरीर का हीमोग्लोबिन लेवल कम होता है तो इस कारण हमें अक्सर थकान और कमजोरी महसूस होती है|
हिमोग्लोबिन की कमी वाले मरीजों में सबसे आम लक्षण है, कि वह मरीज अपने शरीर के भीतर की आवाज तो सुन सकते हैं मगर बाहर की आवाज नहीं| इसके अलावा सिरदर्द ,खुजली, स्वाद में बदलाव, बालों का झड़ना और न खाने वाली चीजें जैसे मिट्टी चौक कागज या फिर नाखून से बने के लिए बुरी लग सकती है|
इसके अलावा कम हिमोग्लोबिन का मानसिक स्वास्थ्य पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है| व्यक्ति की संज्ञानात्मक और तार्किक क्षमता कम हो जाती है| व्यक्ति आयरन की कमी के कारण उदासीन, उनिंदापन, चिड़चिड़ाहट और निराशा के भाव उपज ने लगते हैं|
हिमोग्लोबिन क्या है
सामान्य शब्दों में समझने की कोशिश करें तो हिमोग्लोबिन का मतलब मानव रक्त में मौजूद ऐसी प्रोटीन कोशिकाओं से है, जो हमारे शरीर के विभिन्न अंगों में ऑक्सीजन सप्लाई करता है और अंगों मैं मौजूद कार्बन डाइऑक्साइड को फेफड़ों तक पहुंचाता है |हीमोग्लोबिन टेस्ट में हीमोग्लोबिन कम होता है तो इसका साफ मतलब है कि शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं की कमी है| एक व्यस्क व्यक्ति के शरीर में 14 से 18 मिलीग्राम और व्यस्क महिला के शरीर में 12 से 16 मिलीग्राम हिमोग्लोबिन होना हिमोग्लोबिन के सही स्तर के लिए अनिवार्य है| डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के अनुसार अधिकतर लोग अपने हिमोग्लोबिन के कम स्तर को नजरअंदाज करते हैं |मगर हिमोग्लोबिन के स्तर के कम होने को नजरअंदाज करना सेहत के लिए हानिकारक होता है| यह शरीर के सभी अंगों में ऑक्सीजन पहुंचा कर उन्हें सुचारू रूप से कार्य करने में मदद करता है |शरीर में श्वसन, पाचन और मेटाबॉलिज्म सभी को दुरुस्त रखने में इम्यूनिटी बढ़ाने में हिमोग्लोबिन का महत्वपूर्ण योगदान होता है|
ग्लोबल न्यूट्रिशन की रिपोर्ट के अनुसार भारत में सभी उम्र की 51 फीसद से ज्यादा महिलाएं गर्भधारण के दौरान एनीमिया से ग्रस्त होती हैं, जो उनके और उनके होने वाले बच्चे के लिए हानिकारक की स्थिति होती है|
हिमोग्लोबिन की कमी के कारण-
आमतौर पर हीमोग्लोबिन की कमी किसी बीमारी का संकेत नहीं होती है ,मगर शरीर में हिमोग्लोबिन कम होना बीमार होने का सबब बन जाता है|
हिमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए खाद्य पदार्थ-
1- चुकंदर- हिमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए चुकंदर का सेवन करना काफी फायदेमंद होता है |मगर आपको यह जानकर हैरानी होगी कि चुकंदर से 3 गुना ज्यादा आयरन चुकंदर की पत्तियों में होता है| इस तरह आप चुकंदर के साथ-साथ चुकंदर की पत्तियों का सेवन कर कर भी अपने शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी को खत्म कर सकते हैं|
2- आंवला और जामुन- आयुर्वेद में आंवले और जामुन का सेवन करना बहुत ही फायदेमंद बताया गया है |आयुर्वेद के हिसाब से इन दोनों फलों से कई सारी बीमारियां दूर हो जाती हैं| यदि आपके शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी है तो आप आंवला और जामुन दोनों के रस को बराबर मात्रा में मिलाकर रोजाना सेवन करें तो इससे आपका हिमोग्लोबिन लेवल तेजी से बढ़ता है|
3- हरी पत्तेदार सब्जियां - हिमोग्लोबिन की कमी को पूरा करने के लिए विटामिन सी से भरपूर भोजन करने के अलावा रोज के खाने में पालक, गोभी, मेथी जैसी हरी सब्जियों को शामिल किया जाए तो हिमोग्लोबिन का लेबल तेजी से बढ़ता है|
4- बादाम- बादाम का सेवन करने से जहां एक ओर तेज दिमाग प्राप्त होता है| वहीं दूसरी ओर बादाम में कैल्शियम मैग्नीशियम के अलावा आइरन भी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है| 10 ग्राम बादाम में पॉइंट 5 मिलीग्राम आयरन होता है|
5- पिस्ता- भारत में हम ड्राई फ्रूट के रूप में बादाम और काजू का उपयोग ज्यादा से करते हैं ,मगर पिस्ता स्वादिष्ट और हेल्थी होने के बावजूद इतना उपयोग में नहीं आ पाता है |पिस्ते में 30 अलग-अलग तरह के विटामिन पाए जाते हैं साथ ही इसमें प्रचुर मात्रा में आयरन भी पाया जाता है|
6- नींबू- रोजाना एक नींबू अपनी डाइट में शामिल कर कर हम कई तरह के रोगों से मुक्त रह सकते हैं| नींबू विटामिन सी का अच्छा स्त्रोत होता है इस कारण यह विटामिन सी की कमी पूरी करने के साथ-साथ बॉडी में हीमोग्लोबिन को भी बढ़ाता है|
7- अनार- अनार में मैग्निशियम3 कैलशियम और पोटेशियम के अलावा आयरन भी काफी मात्रा में होता है |अनार का सेवन आप 2 तरह से कर सकते हैं या तो अनार के फल के रूप में या फिर ड्राई अनार अनार दाना के रूप में दोनों ही रूप में यह स्वादिष्ट और पौष्टिक होता है|
8- सेव फल- हमारे बड़े बुजुर्ग ने सेवफल के लिए कहा है "1 एप्पल इन ए डे कीप्स डॉक्टर अवे" |सेव फल में मौजूद पौष्टिक तत्वों की जितनी चर्चा की जाए उतनी कम है |अनिमिया जैसी बीमारी में सेव फल का सेवन करना वरदान की तरह साबित होता है |इसका सेवन करने से शरीर का हीमोग्लोबिन लेवल कंट्रोल में आने लगता है|
9- अमरूद- सर्दी के दिनों में मिलने वाला यह फल विटामिन सी के अच्छे स्रोत होने के साथ-साथ शरीर में खून की कमी को भी पूरा करता है|
10- काजू- स्वादिष्ट काजू जहां आप कोई भूख को नियंत्रित करता है| वही इसके 10 ग्राम में पॉइंट 3 मिलीग्राम आयरन होता है जो हीमोग्लोबिन को बढ़ाने में मदद करता है|
11- अखरोट- वेजिटेरियन लोगों के लिए ओमेगा 3 फैटी एसिड का सबसे अच्छा स्रोत अखरोट माना जाता है| अखरोट में ओमेगा-3 फैटी एसिड के अलावा कैल्शियम, मैग्नीशियम ,फाइबर और विटामिन बी पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है |इन सभी के मिले-जुले कॉन्बिनेशन के कारण अखरोट हीमोग्लोबिन की कमी को पूरा कर सकता है|
12- अंकुरित आहार- सुबह के नाश्ते में अंकुरित अनाज जैसे मूंग, चना, मोठ ,सोयाबीन और गेहूं जैसे अनाज में नींबू का रस मिलाकर खाने से यह शरीर को काफी पोस्टिक तत्व प्रदान करता है |इसके नियमित सेवन से हिमोग्लोबिन की कमी पूरी होती है|
13- सुखी किशमिश- किशमिश का नियमित सेवन ब्लड बनाने के लिए जरूरी विटामिन बी कॉन्प्लेक्स की कमी को पूरा करता है |आयरन से भरपूर सुखी काली किशमिश का सेवन कर कर हेमोग्लोबिन आसानी से बढ़ाया जा सकता है|
14- अंजीर- अंजीर में विटामिन b1 ,B2 ,कैल्शियम, आयरन ,फास्फोरस, मैग्नीशियम, सोडियम ,पोटेशियम और क्लोरीन होता है| दो अंजीर रात में पानी में भिगोकर सुबह का पानी पीने और अंजीर खाने से हिमोग्लोबिन आसानी से बढ़ाया जा सकता है|
हिमोग्लोबिन की कमी से कैसे बचा जाए-
• आपका रोज का आहार स्वस्थ और संतुलित होना चाहिए|
• आयरन युक्त खाद्य पदार्थों को भोजन में अधिक शामिल करना चाहिए|
• चाय और कॉफी में मौजूद कैफीन हिमोग्लोबिन के स्तर को प्रभावित करता है| जितना हो सके चाय और कॉफी कम पीने की कोशिश करें|
• विटामिन सी युक्त फल का सेवन करना चाहिए| यह शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ाने में मदद करता है और अन्य रोगों को दूर करता|
• पर्याप्त मात्रा में विटामिन B12, विटामिन B9 को शामिल करें|
हिमोग्लोबिन की कमी का इलाज-
हीमोग्लोबिन की कमी का इलाज करने के पहले डॉक्टर यह जानने की कोशिश करते हैं ,कि शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी किस कारण से है| उस हिसाब से डॉक्टर हिमोग्लोबिन की कमी का इलाज करते हैं|
यदि व्यक्ति के शरीर में हीमोग्लोबिन की ज्यादा कमी होती है, तो डॉक्टर उनको विटामिन का इंजेक्शन लगाने की सलाह देते हैं या फिर विटामिन के टेबलेट की खुराक भी दे सकते हैं|
यदि फोलेट की कमी के कारण हिमोग्लोबिन कम होता है ,तो डॉक्टर फॉलेट की टेबलेट खाने की सलाह देते हैं |
यदि शरीर में विटामिन B12 की कमी के कारण हिमोग्लोबिन की कमी होती है, तो डॉक्टर B12 विटामिन का इंजेक्शन लगाते हैं या फिर ओरल टेबलेट देते हैं |साथ ही डॉक्टर आयरन सप्लीमेंट लेने की सलाह भी देते हैं|
विनीता मोहता विदिशा