Does Endometriosis Cause Back Pain?/एंडोमेट्रियोसिस क्या बैक पेन का कारण है
हजारों महिलाएं आज अपने बैक पेन से परेशान हैं क्योंकि उन्हें अपने शरीर के विकास के लिए उच्च मात्रा में विटामिन कैल्शियम नहीं मिलता जिस कारण हड्डियां अपनी शक्ति को देती है और हमारा शरीर अपनी प्रतिरोधक क्षमता को, जिस कारण अधिकांश महिलाएं इस बीमारी से ग्रस्त हैं, लेकिन कभी कभी हमारी नासमझी और अस्त व्यस्त जिंदगी हमारे स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डालती है क्योंकि अधिकतर महिलाओं पर काम का दबाव अधिक रहता है और वह घर तथा अॉफिस दोनों की जिम्मेदारी निभाती है जिस कारण उन पर कम का प्रेशर अधिक रहता है और वह अधिक चिंतित तथा तनावग्रस्त रहती है ऐसे में वह अपने स्वास्थ्य की ओर ध्यान नहीं दे पाती जिस कारण यह समस्या आम है,इसके साथ साथ वह कुछ गंभीर बीमारी के भी शिकार हो सकते हैं जैसे डिप्रेशन कैंसर या एंडोमेट्रियोसिस जो कि महिलाओं में एक आम समस्या है जिसके परिणामस्वरूप वह मां नहीं बन पाती इसके साथ साथ वह अनेकों बीमारी से ग्रस्त रहती है जैसे डायरिया बैक पेन और बांझपन इत्यादि, अब यह जानना अति आवश्यक है कि यह एंडोमेट्रियोसिस बीमारी क्या है और यह कैसे बैक पेन का कारण बनती है इसके महिलाओं के शरीर में होने के क्या कारण है और ऐसे कौनसे कारण है जिससे हमें पता चले कि हम इस बीमारी के शिकार हैं तो सर्वप्रथम एंडोमेट्रियोसिस क्या है - एंडोमेट्रियोसिस महिलाओं में होने वाली गर्भाशय से संबंधित एक समस्या है जिसमें गर्भाशय के अंदर के टिशू बढ़कर गर्भाशय के बाहर निकलने और फैलने लगते है और वह फैलोपियन ट्यूब और अंडाशय के बाहरी और अंदरूनी हिस्सों में भी फैलने लगते हैं. जिससे महिलाओं को तेज दर्द होता है. विशेषकर जब मासिक चक्र होता है और तब यह दर्द और बढ़ जाता है. यह ऊतक गर्भाशय के अंदर वाले ऊतक की तरह ही होता है, लेकिन मासिक चक्र के समय यह बाहर नहीं निकल पाता है, जिसके कारण दर्द होने लगता है. इस समस्या के कारण महिलाओं में प्रजनन क्षमता भी कम हो जाती है अतः हम कह सकते हैं कि यह एक प्रकार की दर्दनाक और खतरनाक समस्या है जो अंतर्गर्भाशयकला में होती है लेकिन अब यह जानना अति आवश्यक है कि अंतर्गभारशयकला क्या है तोअंतर्गर्भाशयकला एक प्रकार का म्यूकस यानी श्लेष्मा है जो गर्भाशय की झिल्ली पर होता है और यह गर्भाशय
के आंतरिक और बाहरी मुख के साथ साथ यह गर्भाशय, अंडाशय और फैलोपियन ट्यूब और गर्भ के पीछे कहीं भी हो सकता है, इसके साथ साथ किसी प्रकार के घाव या सर्जरी भी इस बीमारी के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं और दुर्लभ मामलों में ही एन्डोमीटीओसिस शरीर के अन्य हिस्से में होते हैं जिस कारण वजाइना के मुख पर अतिरिक्त कोशिकाओं का विकास हो जाता है और जो मासिक धर्म और यौन संबंध बनाने के दौरान दर्द का कारण बनता है और कुछ मामलों में एन्डोमीट्रीओसिस आंतरिक शारीरिक रचना को प्रभावित करता है और इसकी गंभीर स्थिति को 'फ्रोजेन पेल्विस' ना कहा जाता है, कारण - बीमारी और बीमारी के कारण हमारे शरीर की अस्त व्यस्त जिंदगी और हमारी लापरवाही के कारण अधिक घातक होते हैं लेकिन जितनी कि यह बीमारी घातक है उसके कारण भी जिनके बारे में शरीर हमें बार बार सचेत करता है लेकिन अपने भागदौड़ भरी जिंदगी में हम उन कारणों को नजरंदाज कर देते है,
सर्वप्रथम
1.रेट्रोग्रेड पीरियड्स - यह भी एक कारण है जिससे यह बीमारी होने का खतरा रहता है इसमे मासिक धर्म के रक्त वाली एंडोमेट्रिअल कोशिकाएं फैलोपियन ट्यूबों के माध्यम से शरीर के बाहर जाने की जगह पेल्विक कैविटी में चली जाती हैं और ये विस्थापित एंडोमेट्रिअल कोशिकाएं पेल्विक के अंगों की सतहों और उनकी दीवारों पर चिपक जाती हैं जहां वे प्रत्येक मासिक धर्म चक्र के दौरान अधिक मोटी
हो जाती हैं और जिसके कारण अधिक रक्तस्राव होता हैं,
2. पेरिटोनियल कोशिकाओं का परिवर्तन -
हालांकि एंडोमेट्रियोसिस का यह एक कारण हो सकता है क्योंकि यौवन के दौरान पेट के अंदरूनी भाग को रेखांकित करने वाली पेरिटोनियल कोशिकाओं का एंडोमेट्रिअल कोशिकाओं में परिवर्तन भी एंडोमेट्रियोसिस का एक कारण हो सकता है,
3. परिवारिक इतिहास - कभी कभी जन्मजात बीमारी या यदि किसी सदस्य को कोई बीमारी होती है तो वो परिवार के दूसरे सदस्य में होना पारिवारिक इतिहास कहलाता है और इसलिए अपने चिकित्सक से सलाह करनी चाहिए अगर आपके परिवार में से किसी को एंडोमेट्रियोसिस है .
4. गर्भावस्था का इतिहास
ऐसा कहा जाता है कि गर्भावस्था एंडोमेट्रियोसिस से महिला को बचाती है लेकिन कहीं भी स्पष्ट तथ्य नहीं है क्योंकि यह उन महिलाओं में भी हो सकता है जो पहले गर्भवती हो चुकी हैं,
5. मासिक धर्म का इतिहास -
हालांकि स्पष्ट कारण नहीं है पर यदि आपके परिवार में किसी को मासिक धर्म से सम्बंधित समस्याएं हैं (जैसे कम या ज़्यादा समय के लिए मासिक धर्म होना, भारी मासिक धर्म होना या कम उम्र में मासिक धर्म शुरू हो जाना) तो आपको चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए क्योंकि इससे आपको उस बीमारी का खतरा न होकर ऑस्टियोपोरोसिस होने का जोखिम बढ़ सकता है,
लक्षण - महिलाओं को अगर अपने शरीर में कुछ इस प्रकार के लक्षण दिखाई दे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें क्योंकि आप इस बीमारी के शिकार हो सकते है जिन लक्षणों में शामिल हैं -
1. बहुत लंबी या भारी अवधि
2.गंभीर ऐंठन
3 अवधि के दौरान गंभीर माइग्रेन या पीठ के निचले हिस्से में दर्द
4.या फिर दर्द जब आप शौच या पेशाब करते समय महसूस हो
5.एलर्जी जो आपकी अवधि के आसपास खराब हो जाती है
6.मासिक धर्म के बीच योनि से खून बहना
7.आपके मूत्र में या आपके मलाशय से रक्त
8• थकान
9.मतली
10 दस्तया कब्ज
11 सूजन
12 गर्भवती होने में परेशानी इत्यादि लक्षण आपको दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें क्योंकि थोड़ी सी भी लापरवाही आपके लिए घातक परिणाम ला सकती है,
एंडोमेट्रियोसिस बीमारी से ग्रस्त महिलाओं के शरीर में विभिन्न प्रकार के दर्द हो सकते है
क्योंकि एंडोमेट्रियोसिस बीमारी शरीर के एक से अधिक क्षेत्रों में दर्द पैदा करती है, जिसमें शामिल हैं:
1. श्रोणि या पेट दर्द - यह महामारी के दौरान या अवधि से पहले शुरू हो सकता है और कई दिनों तक चलता है यह तेज और चुभने वाला दर्द होता है जिस पर किसी भी प्रकार की दवाई असर नहीं करती और
कुछ महिलाओं का कहना है कि ऐसा महसूस होता है कि
उनके अंदरूनी हिस्से को नीचे खींचा जा रहा है या उनके पास एक कुतरने या धड़कन की भावना है जो समय के साथ गंभीर हो सकती है,
2.पीठ दर्द - प्रत्येक महिलाओं का गर्भाशय और अंडाशय पीठ के पास होता हैं और पेट दर्द जो आपको कूबड़ कर देता है वह सोचो आपकी पीठ को भी चोट पहुंचा सकता है,
हालांकि पीठ दर्द एंडोमेट्रियोसिस बीमारी के साथ बिल्कुल भी असामान्य नहीं है क्योंकि एंडोमेट्रियल कोशिकाएं पीठ के निचले हिस्से के साथ-साथ श्रोणि गुहाओं के सामने भी चिपक जाती हैं जिस कारण कुछ महिलाओ को साइटिक दर्द का अनुभव होता है हालांकि पीठ दर्द एक सामान्य घटना है, लेकिन एंडोमेट्रियोसिस से संबंधित पीठ दर्द आपके शरीर के भीतर गहराई से महसूस होगा और आपको अपनी मुद्रा बदलने या हाड वैद्य से मिलने पर भी आपको राहत नहीं मिल पाएगी,
अतः हम कह सकते हैं कि एंडोमेट्रियोसिस बैक पेन का कारण बन सकता है।