Effect of stress on relationship/ रिश्तो पर स्ट्रेस का असर
जब हम किसी के साथ रिश्ते में होते हैं ,तो उस रिश्ते को निभाना आसान नहीं होता है| उस रिश्ते के साथ कई सारी उम्मीदें सोच और आशाएं हमारे साथ जुड़कर आती है| उनसे उम्मीद की जाती है कि हम उस रिश्ते से जुड़ी सारी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाए| मगर कई बार हमारी लाइफ में चलने वाली परेशानियां या फिर काम की अधिकता हमें किसी न किसी वजह से तनाव दे देती हैं| आज लगभग 90% लोग किसी न किसी रूप से तनावग्रस्त रहते हैं|
तनाव का आपसी रिश्तो पर बहुत गहरा असर होता है| क्योंकि हम हमारी खुशिया या सक्सेस जितना अपने करीब लोगों से बांटते हैं, उतना ही स्ट्रेस से होने वाला गुस्सा भी उन्हीं लोगों के साथ शेयर करते हैं| ऐसे में अक्सर पार्टनर और हस्बैंड वाइफ के बीच छोटी-छोटी बातों के कारण कई बार लड़ाई तक हो जाती है| यदि बात हस्बैंड वाइफ की हो तो उनकी लड़ाई का असर फैमिली के माहौल पर भी बहुत गहरा पड़ता है| और यदि पाटनर अभी शादी के बंधन में नहीं बंधे हैं तो तनाव के कारण होने वाले झगड़ों का असर उनकी पर्सनल लाइफ पर पड़ता है और प्रॉब्लम्स बढ़ती चली जाती है| एक और तो स्ट्रेस और दूसरी तरफ इस तरह की नोकझोंक व्यक्ति और ज्यादा परेशान होने लगता है|
रिश्तो पर तनाव का असर-
तनाव हर तरह से हानिकारक होता है ,यह कई बार आपकी सोचने समझने की प्रक्रिया को भी प्रभावित कर देता है| स्ट्रेस के सामान्य लक्षणों में सिर दर्द, वजन घटना या बडना ,ठीक तरह से नींद ना आना, बार बार बीमार पड़ना, एक जगह माइंड को कंसंट्रेट नहीं कर पाना| कई बार मुड स्विंग होने के कारण आप हाईपर एक्टिव या कभी कभी खुद को लेकर ओवर सेनसिटीव हो जाते हैं| स्ट्रेस के कारण कई बार व्यक्ति डिप्रेशन का भी शिकार होने लगता है| इसका बुरा असर रिश्तो पर भी पड़ता है|
1- सेक्स लाइफ प्रभावित होना- तनाव के कारण अक्सर कम छोटी-छोटी खुशियों को नजरअंदाज कर कर परेशान रहते हैं| इस कारण हमारा मूड खराब रहता है और दिमाग में कई तरह के नेगेटिव विचार चलते रहते हैं |इस कारण दिमाग में जो स्थिति निर्मित होती है वह सेक्स हार्मोन के रिलीज होने में बाधा बनता है| इसके अलावा स्ट्रेस के कारण शरीर में कॉर्टिसोल हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है| यह हार्मोन महिलाओं में सेक्सुअल अराउजल को कम कर देता है| इस कारण सेक्स लाइफ के खराब होने के साथ साथ कई बार पार्टनर के साथ रिश्ता भी खराब होने लगता है, क्योंकि सेक्स केवल एक शारीरिक गतिविधि नहीं है बल्कि इसके साथ एक दूसरे के इमोशन भी जुड़े होते हैं| लेकिन जब आप खुद को इसके लिए तैयार नहीं कर पाते हैं तो आपके बीच इंटिमेसी कम होने लगती है और आप धीरे-धीरे एक दूसरे से दूर होने लगते हैं|
2- लगातार मुड स्विंग होना- तनाव के कारण अक्सर हम लोग मुड स्विंग होने की परेशानी का सामना करते हैं| कभी-कभी छोटी बातों में भी ज्यादा परेशान होकर हम हमारे पार्टनर पर अपना गुस्सा निकाल देते हैं| ऐसे में व्यक्ति उस इंसान से दूर रहने की कोशिश करता है जिस की भावनात्मक स्थिति सही ना हो |मुड स्विंग होने से कई बार पाटनर के बीच दरार भी आ जाती है|
3- खराब स्वास्थ्य का होना- लंबे समय तक तनाव में रहने पर दिल और ब्लड वेसल्स से जुड़ी बीमारियां भी हो जाती है, क्योंकि तनाव के कारण रेस्पिरेट्री सिस्टम, नर्वस सिस्टम और रीप्रोडक्टिव सिस्टम सभी कुछ डैमेज होने लगता है |कार्टिकोस्टेरॉयड जैसे स्ट्रेस हार्मोन के कारण ब्रेन के केमिकल्स में गड़बड़ होने लगती है और याददाश्त भी धीरे-धीरे कमजोर होने लगती है| इस कारण व्यक्ति के आसपास की चीजों में दिलचस्पी नहीं रहती है| कम दिलचस्पी के कारण कई बार रिश्तो में तनाव आ जाता है|
4- मेंस्ट्रूअल प्रॉब्लम्स- महिलाओं के स्वास्थ्य सबसे गंभीर समस्या में मेंस्ट्रूअल प्रॉब्लम होती है |ज्यादातर तनाव लेने के कारण शरीर में कई तरह के हार्मोनल बदलाव होने लगते हैं |इस कारण पीरियड इन रेगुलर हो जाते हैं| इन रेगुलर पीरियड्स कई बार परेशानियों को और ज्यादा बढ़ा देते हैं|
5- आ जाती है भावनात्मक दुरी- लगातार स्ट्रेस में रहने से कई बार मूड स्विंग होना ,सेक्स के लिए डिजायर ना होना, हर वक्त परेशान रहना किसी भी बात का नाराज होकर जवाब देना, यह सब बातें पार्टनर को एक दूसरे से दूर ले जाती है |इस कारण दोनों के बीच फिजिकल दूरी होने के साथ-साथ कई बार भावनात्मक दूरी भी आ जाती है|
तनाव को कैसे दूर करें-
तनाव हर तरह से मानव को कमजोर बना देता है| ऐसे में उस से दूरी बनाना ज्यादा बेहतर होता है |तनाव को कम करने के लिए कुछ टिप्स आप आजमा सकते हैं२
1- बिताए खुद के साथ समय- अक्सर इंसान को रोजमर्रा की एक जैसी लाइफस्टाइल के कारण भी तनाव होने लगता है| ऐसे में जरूरी है कि लाइफ स्टाइल के कारण जो तनाव हो रहा है उसे दूर करने के लिए रोजमर्रा की जिंदगी से एक छोटा सा ब्रेक लिया जाए| या तो यह समय आप अपनी हॉबी को पूरा करने में लगा सकते हैं ,या फिर आप ऐसा कुछ कर सकते हैं जिससे कि आप तनाव को कुछ समय के लिए भूल जाए2
2- योगा और मेडिटेशन- योगा और मेडिटेशन तनाव को दूर करने का सबसे बेहतरीन उपायो मे से एक है| रोजाना सुबह और शाम 15 से 20 मिनट तक यदि आप मेडिटेशन करने के साथ-साथ माइंड रिलैक्सिंग म्यूजिक या ओंकार की ध्वनि सुनते हैं, तो आप टेंशन से निजात पा सकते हैं| यदि दोनों समय योगा नहीं कर सकते हैं तो कम से कम एक समय तो करना ही चाहिए|
3- तनाव के कारण को दूर करने की कोशिश करें- यदि आप किसी कारण से लगातार स्ट्रेस में रह रहे हैं, तो उस कारण को जानने की कोशिश करें कि आपको स्ट्रेस क्यों हो रहा है| स्ट्रेस को दूर करने के लिए आप उस परेशानी को यह उस कारण को दूर करने की कोशिश करें|
4- अपनी भावनाओं को शेयर करें- कई बार मन की बात मन में रखने पर भी स्ट्रेस की परेशानी हो जाती है| ऐसे में स्ट्रेस को दूर करने के लिए अपने मन की बात अपने पार्टनर को या फिर कोई ऐसा करीबी जो आपकी भावनाओं को बेहतर तरीके से समझ सकता है उसके साथ शेयर जरूर करें| क्योंकि अपनी भावनाओं को शेयर करने से स्ट्रेस से निजात पा जाएंगे|
5- अपनी काबिलियत को पहचाने- कोई बार हम स्ट्रेस के कारण खुद को कमजोर महसूस करने करते हैं| मगर आपको अपने स्ट्रेस को दूर करने के लिए अपनी हार या विफलता को भूल कर अपनी ताकत पर फोकस कर कर अपनी काबिलियत को पहचाने|
6- प्राथमिकता तय करें- कई बार कार्य के अत्यधिक बोझ के कारन भी हमें तनाव होने लगता है| काम के तनाव से निपटने के लिए अपने काम की प्राथमिकता को तय करना जरूरी होता है| कौन सा कार्य ज्यादा जरूरी है उसे प्रथम श्रेणी में रखकर शेष को निम्न श्रेणियों मे रखकर काम को निपटा कर आसानी से अपने तनाव को दूर कर सकते हैं|
7- हेल्दी फूड और एक्सरसाइज- तनाव को दूर करने के लिए अपने भोजन में रंग बिरंगी सब्जियां और सलाद, फल आदि सभी को शामिल करें| दही ,पनीर, दूध जैसी कैल्शियम रिच चीजों का उपयोग तनाव को दूर करने में काफी हद तक मददगार होता है |नियमित अंतराल पर किया गया भोजन और शरीर को एक्टिव रखने के लिए की एक्सरसाइज दोनों तनाव से लड़ने में अहम भूमिका निभाते हैं|
8- ले डॉक्टर की सलाह- यदि तनाव हद से ज्यादा बडने लग जाए ओर घरेलू उपाय से भी दूर ना हो तो ऐसे में अपने डॉक्टर की सलाह जरूर ले|