Plastic surgery Top 10 factors to consider before going for plastic surgery/ -प्लास्टिक सर्जरी क्या है प्लास्टिक सर्जरी के लिए जाने से पहले विचार करने के लिए शीर्ष 10 कारक

Plastic surgery Top 10 factors to consider before going for plastic surgery/  -प्लास्टिक सर्जरी क्या है प्लास्टिक सर्जरी के लिए जाने से पहले विचार करने के लिए शीर्ष 10 कारक 

Plastic surgery Top 10 factors to consider before going for plastic surgery/  -प्लास्टिक सर्जरी क्या है प्लास्टिक सर्जरी के लिए जाने से पहले विचार करने के लिए शीर्ष 10 कारक_ichhori.com


बीमारी छोटी हो या बडी समय के साथ हर बीमारी खतरनाक है जहां पहले बीपी, हार्ट सर्जरी का सिर्फ नाम सुनते ही घबरा जाते थे वहीं आज यह बीमारी आम सी लगती है क्योंकि हमारा जीवन पैसों के इर्द-गिर्द घूमता है और हम अपनी भाग-दौड़ भरी जिंदगी में अपने स्वास्थ्य का ध्यान नहीं रख पाते और असंतुलित आहार और खराब दिनचर्या के कारण हमारा शरीर अनेक बीमारियों से ग्रस्त हैं,          
तो कभी कभी कुछ घटनाएं या जन्मजात स्थितियां या चोट हमें प्लास्टिक सर्जरी कराने के लिए अग्रसर करती है लेकिन सबसे पहले यह जानना अति आवश्यक है कि प्लास्टिक सर्जरी क्या है और प्लास्टिक सर्जरी कब आवश्यक होती है और प्लास्टिक सर्जरी कराने से पहले हमें किन बातों पर विचार करना चाहिए क्योंकि यह एक बहुत बडा निर्णय होता है जो सोच समझ कर करना चाहिए क्योंकि कभी कभी इसके घातक परिणाम भी देखने को मिलते हैं तो सबसे पहले
  

प्लास्टिक सर्जरी क्या है?

प्लास्टिक सर्जरी जैसे कि नाम से पता चलता है कि इसका उद्देश्य हमारी त्वचा को साफ और सामान्य बनाने की कोशिश और चोट व जली हुई त्वचा को कवर करना है या फिर हम पारिभाषिक रूप से कह सकते हैं कि प्लास्टिक सर्जरी एक ऐसी सर्जरी है जो किसी बीमारी, चोट या पैदा होने के साथ आई असामान्यता के कारण या चोटिल ऊतकों और त्वचा को सुधारने और फिर से सामान्य बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है अर्थात
प्लास्टिक सर्जरी का मुख्य उद्देश्य टिशू के कार्यों को सुधारना और त्वचा को सामान्य बनाना है,
बिशेषज्ञ यह भी कहते हैं कि प्लास्टिक सर्जरी एक सर्जिकल बिशेषता है जिसमें मानव शरीर की बहाली
पुनर्निर्माण या परिवर्तन शामिल हैं इसे दो श्रेणियों में विभाजित किया गया है  जिसे क्रमशःकॉमेस्टिक सर्जरी और पुनर्निर्माण सर्जरी कहते हैं,
पुनर्निर्माण सर्जरी - यह एक ऐसी सर्जरी है जिसमें अलग अलग प्रकार की सर्जरी जैसे क्रानियोफेशियल सर्जरी, हाथ की सर्जरी माइक्रो सर्जरी, जलने का उपचार शामिल हैं और इस पुनर्निर्माण सर्जरी का उद्देश्य शरीर के एक हिस्से का पुनर्निर्माण करना या उसके कामकाज में सुधार करना होता है जबकि इसकी तुलना में 
कॉमेस्टिक सर्जरी का उद्देश्य इसकी उपस्थिति में सुधार करना है जिससे मानव शरीर की संरचना में सुधार होता है। इसमे भी अलग अलग प्रकार की सर्जरी जैसे शल्य
चिकित्सा में क्रिएशन सर्जरी , सर्जरी की शल्यक्रिया,
माइक्रोसिरिरी और जलने का उपचार शामिल है,
दूसरे शब्दों में हम कह सकते हैं कि प्लास्टिक सर्जरी का उद्देश्य -
"शरीर के किसी हिस्से को ठीक करना।"

हालांकि कुछ लोग मानते हैं कि प्लास्टिक सर्जरी का मतलब प्लास्टिक का उपयोग लेकिन वास्तविकता इसके विपरित है क्योंकि
प्लास्टिक सर्जरी में प्लास्टिक का उपयोग नहीं होता है,
और सर्जरी के पहले जुड़ा प्लास्टिक यह ग्रीक भाषा के शब्द-"प्लास्टिको" से लिया गया है क्योंकि ग्रीक मे
"प्लास्टिको" का अर्थ होता है बनाना या तैयार करना, और
प्लास्टिक सर्जरी में सर्जन शरीर के किसी हिस्से के उत्तकों को लेकर दूसरे हिस्से में जोड़ता है और हमारे भारत में सुश्रुत को पहला सर्जन माना जाता है,

लेकिन अब यह जानना आवश्यक है कि यह सर्जरी आखिर क्यों आवश्यक है और कब इस सर्जरी का प्रयोग करना चाहिए तो प्लास्टिक सर्जरी का इस्तेमाल करने की जरूरत

1. जन्मजात दोष को ठीक करने के लिए,

2. चोट या बीमारी से चोटिल टिशू और त्वचा को सुधारने के लिए,

3. या फिर कभी कभी  बहुत सी अलग-अलग परिस्थितियां है जहां प्लास्टिक सर्जरी की ज़रूरत पड़ती है और वहां कई प्रकार के सर्जिकल प्रक्रियाओं का इस्तेमाल किया जाता है,


लेकिन इसकी भी अपनी एक सीमा होती हो क्योंकि प्लास्टिक सर्जरी को स्किन ग्राफ्ट नामक प्रक्रिया तक ही सीमित रखा जाता है और वर्तमान में टिशू विस्तार और फ्लैप सर्जरी जैसी नई तकनीकों का उपयोग किया जाता है,
और प्लास्टिक सर्जरी में बहुत सी विभिन्न तकनीक का इस्तेमाल होता है जो उसकी अवस्था पर निर्भर करता है और प्लास्टिक सर्जरी के एक प्रकार पुनःनिर्माण प्रणाली के तीन मुख्य समूह हैं,

1. स्किन ग्राफ्ट - यह भी एक प्रकिया है जिसमें शरीर के अप्रभावित क्षेत्र की स्वस्थ त्वचा को ज़ख्मी या खत्म हो चुकी त्वचा से बदला जाता है या हम कह सकते हैं कि
स्किन ग्राफ्ट एक सर्जिकल प्रक्रिया है जिसमें जब हड्डियों के फ्रैक्चर के कारण त्वचा फट जाती है या फिर बड़े घाव, कैंसर, जलने या कटे-फटे होंठ की त्वचा की जगह को सर्जिकल विधि से हटाने के लिए स्किन ग्राफ्ट का इस्तेमाल किया जाता है,
और प्रायः दो मुख्य तरह के स्किन ग्राफ्ट होते हैं,
2. अ फुल थिकनेस स्किन ग्राफ्ट - जहां त्वचा की ऊपरी परत एपिडर्मिस को हटा देते हैं और जगह को टांके से बन्द कर दिया जाता है
3. स्किन फ्लैप सर्जरी - यह भी एक प्रक्रिया है जिसमें शरीर के एक हिस्से से जीवित टिशू को धमनियों के साथ दूसरी जगह भेजा जाता है जो इसे जीवित रखती है फ्लैप सर्जरी कहलाती हैं क्योंकि आमतौर पर जब इसे पुनर्निर्धारित करते हैं तब स्वस्थ टिशू आंशिक रूप से शरीर से सटा होता है,
4. टिशू एक्सपेंशन - यह भी एक प्रक्रिया होती है जो आसपास के टिशू को खींच कर अतिरिक्त त्वचा विकसित करती है फिर यह अतिरिक्त त्वचा प्रभावित जगह के पुननिर्माण में मदद करती है
इन मुख्य तकनीकों के अलावा प्लास्टिक सर्जन अन्य प्रणालियों जैसे कि वैक्यूम क्लोजर और कैमोफ्लैग, मेकअप या क्रीम और प्रोस्थेटिक यंत्र जैसे कि बनावटी अंग  का इस्तेमाल करते हैं,


प्लास्टिक सर्जरी कोई छोटी सर्जरी नहीं है बल्कि इसका एक व्यापक क्षेत्र है, जिसे बिशेषज्ञो के अनुसार  उप-विभाजित किया गया है जो इस प्रकार है -

1. एस्थेटिक सर्जरी

एस्थेटिक सर्जरी प्लास्टिक सर्जरी का एक अंग है या फिर इसे हम  केंद्रीय घटक भी कह सकते है तथा इसके अंतर्गत चेहरे और शरीर की सौंदर्य सर्जरी शामिल है

2.बर्न सर्जरी

बर्न सर्जरी भी प्लास्टिक सर्जरी का प्रकार है और यह बर्न सर्जरी मुख्यत  दो चरणों में होती है,

1. जलने के तुरंत बाद एक्यूट बर्न सर्जरी,
2.  जले हुए घाव ठीक होने के बाद रिकंस्ट्रक्टिव बर्न सर्जरी,


प्लास्टिक सर्जरी क्या है कब आवश्यक है और इसमें किस किस तकनीक का उपयोग किया जाता है यह जानना ही जरूरी नहीं है अपितु क्या यह अंतिम उपाय है या इस निर्णय को लेने से पहले हमें किन किन बातों पर विचार करना चाहिए यह जानना भी अति आवश्यक है तो सबसे पहले

प्लास्टिक सर्जरी पर जाने से पहले विचार करने योग्य 10 कारक -

1.कौशल पर विचार करें -प्लास्टिक सर्जरी कोई छोटी बात नहीं है इसके लिए मानसिक और शारीरिक रूप से अपने आप को तैयार करने की आवश्यकता है और इसके लिए अंतिम शॉट देने से पहले हर किसी को सर्जन के कौशल के बारे में पर्याप्त जानकारी इंटरनेट के माध्यम से कर लेनी चाहिए कि वह उस कार्य में दक्ष तो है उसको कितने साल का अनुभव है यह सब जानने के बाद ही आपको प्लास्टिक सर्जरी के लिए हां करना चाहिए,
2. परिणाम पर विचार करें -
3. सुविधा का मूल्यांकन करें - आपको चाहे कोई भी बीमारी हो उसका इलाज कराने से पहले आप इस बात की जांच अवश्य कर लें कि आप जिस जगह क्लिनिक जा रहे हैं वो डॉक्टर के पास अपना लाइसेंस और उसका अनुभव कौशल प्रशिक्षण कैसा है सभी सुविधाओं के बारे में मूल्यांकन करने के पश्चात ही आप कोई फैसला ले क्योंकि अक्सर पैसों की चकाचौंध ने लोगो की मानसिकता को बदल दिया है और लोग लाखों की जान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं,
4. यर्थाथवादी बने -
5. वित पर विचार करें - प्लास्टिक सर्जरी कराने से पहले उस पर कितना खर्च होगा उसकी जानकारी ले क्योंकि आमतौर पर देखा जाता है कि हम अधिक सुंदर बनने की चाह में यह फैसला लेतै है और फिर वित की समस्या उत्पन्न हो जाती है इसलिए आप पहले इसके खर्च की पूरी जानकारी लेने के बाद ही प्लास्टिक सर्जरी कराने का फैसला ले,
6.. अपने सभी प्रशनो को पहले साफ करें - अति आवश्यक है कि आप सर्जरी कराने से पहले, सुनिश्चित करें कि आप जिस सर्जन से सर्जरी कराना चाहते हैं उससे आप उस सर्जरी की पूरी जानकारी ले उनके साथ अपनी हर समस्याओं के बारे में खुल कर बताएं पूरी संतुष्टि के बाद ही आप कोई फैसला ले क्योंकि यह कोई आम सर्जरी नहीं है इसलिए अपने अंदर उठ रहे सभी प्रश्नों का उत्तर लेने के बाद ही सर्जरी के लिए हां करें,
7. प्रभाव के बाद पता लगाएं -
8. उपचार के समय पर विचार करें -
9. सोच विचार कर फैसला लें -
10 अपने शरीर को जाने - प्लास्टिक सर्जरी कराने से पहले आप अपने आप को मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत बनाएं और जब 100% श्योर हो तब ही प्लास्टिक सर्जरी कराने का फैसला ले।

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